नमस्कार मित्रो
एक बात मेरे दिमाग मैं कोंध रही है की बाबा रामदेव के आन्दोलन को कुचलने के बाद सरकार अति उत्साह से भरी है , लोकपाल बिल के बारें मैं जानने वाले लोग देश मैं बहुत कम हैं ,जब कि भ्रष्टचार की बात को समझ ने वाले लोग बहुत थे , फिर भी केंद्र सरकार ने बाबा राम देव के आन्दोलन को कुचलने की हिमाकत कर दी , अन्ना हजारे जी को भी अब सरकार इसे ही निपटने के चक्कर मैं डोल रही है, धमकियाँ दे रही है कि या तो मन जाओ नहीं तो हम खुद ही बिल ड्राफ्ट कर लेंगे ! बाबा राम देव को अन्ना हजारे के विरुद्ध उपयोग करने की चाल जो केंद्र ने चली वो फेल हो गयी तो रामदेव के आन्दोलन को कुचल दिया गया , बाबा रामदेव से कहा गया
अन्ना आप के मंच पर नहीं आने चाहिए , आप प्रधानमंत्री और न्यायाधीशों को लोकपाल से बाहर रखने की सरकार की बात का समर्थन कर दो ,हम आप की मांगें मन लेंगे , बाबा सियासत के मैदान मैं मैं नए हैं , मन गए ,बयान भी दे दिया, पर सरकार मैं बैठे लोग भी घाघ हैं ,अपना कम निकलने पर बाबा को दूध से मख्खी की तरह निकल फैका , अन्ना के साथ इस प्रकार की घटना करने की पूरी आशंका है, कल आज तक पर अन्ना की बात सूनी , १६ अगस्त से अनशन की बात सरकार पचा नहीं परही है , इस लिए सावधानी से ही अनशन को सफल बनाया जा सकता है
जय हिंद
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